1857 का विद्रोह : ब्रिटिश वस्तुओं में गाय और सूअर की चर्बी एवं हड्डी की अफवाह का खेल
1857 के विद्रोह से कुछ पहले से ही केवल सैनिकों में ही नहीं बल्कि जनता के बीच भी जंगल की आग की तरह बड़ी तेजी से कई अफवाहें फ़ैल रही थीं, या शायद जानबूझकर फैलाई जा रही थीं | जानबूझकर इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि कई इतिहासकार स्वयं ही बार-बार ऐसी ‘बातों’ को ‘अफवाह’ कहकर ही लिख रहे हैं | जैसाकि हम इस लेख में भी देखेंगे, कि अनेक इतिहासकारों की बातें इसका प्रमाण…