1857 का विद्रोह : ईसाई-धर्मान्तरण की अफ़वाहों का सच
एक सवाल है, कि भारत-भूमि पर सबसे पहले किसने किसका धर्मान्तरण किया होगा? क्योंकि भारत में आनेवाले पहले विदेशी तो आर्यों के अलग-अलग जत्थे ही थे; जिनके आने से पहले भारत के निवासियों के पास अपना धर्म, अपनी सभ्यता और संस्कृति थी | जिसके बेहद ठोस और अकाट्य प्रमाण हैं सिंधु-सभ्यता से मिलनेवाले सैकड़ों पुरातात्विक-अवशेष; जिसमें पशुपति की मूर्ति से लेकर पुजारी की मूर्ति, धार्मिक-प्रयोजन से निर्मित लिंग और योनि की मूर्तियाँ एवं विशाल स्नानागार…