1857 की क्रांति: कितना स्वाधीनता-संग्राम, कितना ब्राह्मण-वर्चस्व का षड्यंत्र?
भारतीय ‘स्वाधीनता संग्राम’ के इतिहास में 1857 के विद्रोह को स्वाधीनता के लिए ‘महान विद्रोह’ के रूप में याद किया जाता है | लेकिन क्या वाकई में वह अंग्रेज़ों से ‘देश’ की मुक्ति के लिए छेड़ा गया ‘स्वाधीनता संग्राम’ था, अथवा वह एक वर्ग-विशेष, ब्राह्मण-वर्ग, के भारतीय समाज, संस्कृति, राजनीति और आर्थिक-तंत्र पर पुनः कब्ज़े के लिए छेड़ा गया हिंसक अभियान था, जिसमें जनता को मूर्ख बनाकर उसकी भावनाओं का नकारात्मक-दोहन करते हुए उसे शामिल…