बतकही

बातें कही-अनकही…

निबंध

जींस पहनती बेटियाँ माता-पिता को अच्छी नहीं लगतीं !

दुनिया के किसी भी हिस्से के पारंपरिक पितृसत्तात्मक समाज में हर माता-पिता की यह बड़ी गहरी लालसा होती है, ख़ासकर पिता की, कि उनका बेटा आज्ञाकारी और कमाऊ हो, जो श्रवणकुमार की तरह उनकी सेवा करे; और उनकी बेटी संस्कारशील, सुशील, मृदुभाषी, आज्ञाकारी, चरित्रवती हो, जो समाज एवं ख़ानदान में अपने अच्छे व्यवहारों, पवित्र चरित्र एवं सुशील आचरण से उनका सम्मान बढ़ाए | वे चाहते हैं कि उनकी बेटियाँ इतनी ‘संस्कारशील’ और ‘आज्ञाकारी’ हों कि…

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